संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र में भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भाषण दिया है. उन्होंने इस दौरान ‘पाकिस्तान के आतंकवाद से लेकर, गाजा और यूक्रेन में जारी हिंसा और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार पर बात की
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान पर अपनी बात शुरू करते हुए कहा, कई देश अपने नियंत्रण से बाहर परिस्थितियों की वजह से पीछे छूट जाते हैं, लेकिन कुछ देश जानबूझकर ऐसे फैसले लेते हैं, जिनके परिणाम विनाशकारी होते हैं. इसका एक बेहतरीन उदाहरण हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान है. दुर्भाग्य से, उनके पापों का असर दूसरों पर भी पड़ता है, खासतौर पर पड़ोस पर.
उसकी जीडीपी को केवल कट्टरता और आतंकवाद के रूप में इसके निर्यात के तौर पर ही मापी जा सकती है. आज हम देखते हैं कि दूसरों पर जो बुराई लादने की कोशिश की गई, वे उसके अपने समाज को निगल रही हैं. इसके लिए दुनिया को दोष नहीं दिया जा सकता. यह केवल कर्म है. दूसरों की जमीनों पर नजर रखने वाले एक नाकारा देश के बारे में पता चलना चाहिए और उसका मुकाबला किया जाना चाहिए.
इसके साथ ही एस. जयशंकर ने शरीफ के भाषण पर भी प्रतिक्रिया दी . उन्होंने कहा, हमने कल इसी मंच से कुछ अजीब बातें सुनीं. मैं भारत की स्थिति बिलकुल साफ कर देता हूं कि पाकिस्तान की सीमापार आतंकवाद की नीति कभी कामयाब नहीं होगी. और इसको लेकर किसी सजा से छूट की भी कोई उम्मीद नहीं की जा सकती. इसके उलट, हर काम के परिणाम जरूर होंगे.
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