एचएमपीवी प्रकोप: भारत में सतर्कता बढ़ी, स्वास्थ्य मंत्रालय की तैयारियां तेज
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के प्रकोप के चलते भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने निगरानी और तैयारियों को मजबूत किया है।
- Published On :
06-Jan-2025
(Updated On : 06-Jan-2025 09:24 am )
एचएमपीवी प्रकोप: भारत में सतर्कता बढ़ी, स्वास्थ्य मंत्रालय की तैयारियां तेज
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के प्रकोप के चलते भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने निगरानी और तैयारियों को मजबूत किया है। चीन में इस वायरस के बढ़ते मामलों और मौतों की रिपोर्ट के बाद, मंत्रालय ने स्थिति पर कड़ी नजर रखने और संभावित खतरों से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं।

मुख्य बिंदु:
1. निगरानी और परीक्षण बढ़ाना:
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प्रयोगशालाओं की संख्या में वृद्धि: एचएमपीवी के परीक्षण की सुविधा बढ़ाने के लिए प्रयोगशालाओं की संख्या में इजाफा किया जाएगा।
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आईसीएमआर की निगरानी: भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) पूरे साल वायरस के रुझानों पर नजर रखेगी।
2. संयुक्त निगरानी समूह (JMG) की बैठक:
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नई दिल्ली में स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।
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डब्ल्यूएचओ, आईसीएमआर, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), एम्स-दिल्ली सहित विभिन्न संस्थानों के विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया।
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सहमति बनी कि चीन में मौजूदा स्थिति फ्लू के मौसम में सामान्य संक्रमणों का परिणाम हो सकती है।

3. वायरस के बारे में समझ:
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वर्तमान उछाल के लिए इन्फ्लूएंजा वायरस, आरएसवी (रेस्पिरेटरी सिन्सीशियल वायरस), और एचएमपीवी जिम्मेदार माने जा रहे हैं।
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विशेषज्ञों ने पुष्टि की कि भारत में मौसमी संक्रमणों के अलावा कोई असामान्य वृद्धि नहीं देखी गई है।
4. डब्ल्यूएचओ के साथ समन्वय:
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स्वास्थ्य मंत्रालय ने डब्ल्यूएचओ से समय-समय पर अपडेट साझा करने का अनुरोध किया है।
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वैश्विक स्तर पर एचएमपीवी की स्थिति पर नजर रखने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को प्राथमिकता दी गई है।
5. भारत की तैयारियां:
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सशक्त निगरानी प्रणाली: ICMR और IDSP के नेटवर्क के माध्यम से मौसमी बीमारियों की नियमित निगरानी हो रही है।
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स्वास्थ्य व्यवस्था तैयार: हालिया अभ्यासों के आंकड़े बताते हैं कि भारत श्वसन संबंधी किसी भी बीमारी के उछाल से निपटने के लिए तैयार है।
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प्रारंभिक पहचान और प्रतिक्रिया: किसी भी असामान्य वृद्धि को तुरंत नियंत्रित करने की योजना बनाई गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि भारत एचएमपीवी सहित श्वसन रोगों के किसी भी संभावित खतरे का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है। चीन में मौजूदा स्थिति को देखते हुए सावधानी बरती जा रही है, लेकिन भारत में मौजूदा डेटा किसी भी गंभीर उछाल का संकेत नहीं देता। मजबूत निगरानी प्रणाली और वैश्विक समन्वय के साथ, भारत इस चुनौती का सामना करने के लिए सतर्क और सक्षम है।
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